Apr 16, 2013

ये दिल और उनकी ..स्वर-अल्पना


फिल्म-प्रेम पर्वत
संगीत -जयदेव
गीतकार-जांनिसार अख्तर
मूल गायिका -लता मंगेशकर

गीत के बोल-
ये दिल और उनकी, निगाहों के साये -
मुझे घेर लेते, हैं बाहों के साये -

पहाड़ों को चंचल, किरन चूमती है -
हवा हर नदी का बदन चूमती है
यहाँ से वहाँ तक, हैं चाहों के साये
ये दिल और उनकी निगाहों के साये ...

लिपटते ये पेड़ों से, बादल घनेरे -
ये पल पल उजाले, ये पल पल अंधेरे
बहुत ठंडे -ठंडे, हैं राहों के साये -
ये दिल और उनकी निगाहों के साये ...

धड़कते हैं दिल कितनी, आज़ादियों से -
बहुत मिलते जुलते, हैं इन वादियों से
मुहब्बत की रंगीं पनाहों के साये -

ये दिल और उनकी निगाहों के साये ...
---------------------------------


Mp3 download or play

No comments: